हारो मत जीत लो अपने को

हारो मत जीत लो अपने को 
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अपने देश के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने मिल जाए ये हर खिलाड़ी का ख्वाब होता है, लेकिन जब आप टेस्ट क्रिकेट में 10 हज़ार का आंकड़ा पार कर लेते हैं तो आप महानतम बन जाते हैं.. स्टीव स्मिथ ने टेस्ट क्रिकेट में ज़बरदस्त वापसी करते हुए ये मुकाम पार कर लिया है, साथ ही आज टेस्ट क्रिकेट में 36वां शतक लगा दिया है. रूट तो 13 हज़ार रन के मुहाने पर खड़े हैं.. विलियम्सन भी दस हजार रन पहुंच ही जाएंगे वहीँ शतकों में विराट से आगे हैं. 

रूट, स्मिथ, विलियम्सन तीनों जबरदस्त फॉर्म में चल रहे हैं और लगातार रन बना रहे हैं. टेस्ट क्रिकेट में एक समय इन तीनों से काफ़ी आगे चल रहे विराट कोहली आज संघर्ष कर रहे हैं, क्रिकेट एक्सपर्ट तो चुका बता रहे हैं...

मैं सोच रहा हूँ जब हमसे पीछे वाले आगे निकल जाएं और हमारे चेहरे पर उनकी गाड़ी की धूल हो तो हम टूट चुके होते हैं! उस समय हम मोटिवेशन कैसे ले पाते होंगे?

एक अवॉर्ड फंक्शन में शाहरुख खान राजकुमार राव से पूछ रहे थे - "तुम स्क्रिप्ट कैसे चुनते हो? आजकल तुम्हारी फ़िल्में ज़बरदस्त चल रही हैं! पूरी ऑडिएंस हँस रही थी, मैं सोच रहा था भले ही ये मज़ाक कर रहा है बन्दा लेकिन ये कहीं न कहीं से बेचैन है!

लगभग बीस सालों तक टॉप में रहने वाले शाहरुख जब अचानक से 2014 के बाद बुरे दिनों में चल रहे थे लगातार कई फ्लॉप हो गईं थीं, और अचानक से सलमान - आमिर 500-500 करोड़ लगभग हर फ़िल्म से कमा रहे थे, तब शाहरुख एक दिन अवॉर्ड फंक्शन में बोलते हैं - "आजकल देश की मिट्टी ही सोना उगल रही है, सलमान - आमिर ने लंगोट पहनकर 500-500 करोड़ कमा लिए और एक मैं लंदन, रोमानिया, भाग - भागकर पागल हो गया फ़िल्में भी फ्लॉप.... तब शाहरुख के चेहरे पर निराशा झलक रही थी..

लेकिन उन्होंने मेहनत की बदलाव किया ब्रेक लिया.... पठान, जवान, डंकी फिल्म से झंडा गाड़ दिया.. आज सलमान आमिर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन आमिर को देखिए मूल स्वभाव से बिल्कुल विपरीत आचरण कर रहे हैं, दबाव साफ़ झलक रहा है..मैंने ऐसे आमिर खान को कभी नहीं देखा. 

जबकि शाहरुख ने ज़्यादा कोई परिवर्तन नहीं किया था. पिछला मैच जीतने के बाद जब हार्दिक पांड्या के साथ विराट को चहकते देखा तो बरबस अवॉर्ड फंक्शन में नाचते हुए शाहरुख की याद आ गई जिनकी फ़िल्में फ्लॉप हो रहीं थीं लेकिन लगातार मंचों पर नाच रहे थे, आज फ़िल्में तो चल रही हैं लेकिन शाहरुख ने मीडिया से दूरी अख्तियार कर लिया है. आज विराट का बल्ला तो ख़ामोश है लेकिन विराट ख़ामोश नहीं हैं...अगर आदमी ने खुद को खत्म कर लिया तो उसे खत्म होते देर नहीं लगेगी....

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