वक्फ़ के ज़रिए बिहार, बंगाल जीतने की जुगत नें भाजपा

दिलीप कुमार पाठक 
लेखक /पत्रकार 


वक्फ़ के ज़रिए बिहार, बंगाल जीतने की जुगत नें भाजपा 


केंद्र सरकार का वक्फ संशोधन बिल पारित होना भाजपा के लिए बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने विपक्ष पर तंज कसते हुए इसकी आवश्यकता पर जोर दिया। बिल में पसमांदा समाज समेत विभिन्न मुस्लिम समूहों को शामिल करके सेकुलर छवि को बढ़ाने की कोशिश की गई है। दोनों सदनों में भाजपा का अपना बहुमत न होने के बाद भी ये बिल दोनों सदनों में पारित हो जाना भाजपा की ताकत को दर्शाता है l विपक्ष हमेशा BJP पर सांप्रदायिक होने का आरोप लगाता रहा है। इस बिल के जरिए BJP ने अपनी सेकुलर पिच तैयार की है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कई बार कहा कि यह देश सेकुलर है, हम सेकुलर हैं और यह बिल सेकुलर है। रिजिजू ने कहा कि हम वक्फ बोर्ड को धर्मनिरपेक्ष और समावेशी बनाना चाहते हैं। BJP इसके जरिए अब विपक्ष के लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है l भाजपा दिखा रही है कि विपक्ष की सेकुलर की परिभाषा गलत है और सही मायनों में BJP सेकुलर है। BJP सिर्फ इस पिच पर ही नहीं खेल रही बल्कि अपनी सोशल इंजीनियरिंग को भी मजबूत कर रही है। 2024 लोकसभा चुनाव से पहले भी उसने मुस्लिमों के बीच सोशल इंजीनियरिंग शुरू की थी। पहले ट्रिपल तलाक पर बैन के जरिए मुस्लिम महिलाओं को साथ लाने की कोशिश की, फिर पसमांदा मुस्लिमों पर फोकस किया।
दर-असल लोकसभा चुनाव में भाजपा का बहुमत से चूक जाने के बाद लग रहा था, भाजपा नीतीश कुमार - चंद्रबाबू नायडू को मनाने में ही जुटी रहेगी l शायद ये दोनों सरकार को अपने तरीके से चलाने में हस्तक्षेप करेंगे, लेकिन ये बिल पारित होने के बाद अब तस्वीर साफ़ हो चुकी है कि भाजपा की एनडीए में अभी ज़बरदस्त पकड़ बनी हुई है l विपक्ष को मोदी सरकार से निपटने के लिए कोई ठोस रणनीति बनाना चाहिए इस तरह के जुगाड़ वाली राजनीति से पार पाया नहीं होगा l कांग्रेस जो लोकसभा के बाद एकदम चार्ज हो गई थी वो अब थोड़ा सुस्त पड़ गई है जबकि हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली जीतकर ये बिल पास करने के बाद भाजपा के कार्यकर्ताओं में मानसिक बढ़त देखी जा रही है l भाजपा ने आजतक किसी भी ऐसे विवादित बिल को पारित करने में जो तत्परता दिखाई है, इससे साफ़ जाहिर होता है भाजपा हमेशा अपना राजनीतिक एजेंडा साधकर चलती आई है l वहीँ अब ये भी कयास लगाए जा रहे की इस बिल के पारित हो जाने के बाद भाजपा को इसका क्या फायदा होगा? 1995 के वक्फ एक्ट में संशोधन और 1923 के मुसलमान वक्फ एक्ट को निरस्त करने की पहल वास्तव में भाजपा की एनडीए सरकार के लिए आर्टिकल 370 को निरस्त करने और अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की तरह वैचारिक एजेंडे का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

वक्फ बिल पास कराना मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का अब तक का सबसे बड़ा कदम माना जा रहा है। अपने तीसरे कार्यकाल की सत्ता संभालते ही मोदी सरकार ने वक्फ कानूनों में फेरबदल करने के लिए तेजी से काम करना शुरू कर दिया था l संसद में वक्फ संशोधन विधेयक पारित होने के बाद वक्फ बोर्ड की अनियंत्रित शक्तियां कम हो जाएंगी और वक्फ बोर्ड किसी भी संपत्ति पर बिना सत्यापन आधिपत्य घोषित नहीं कर सकेगा।

वक्फ संशोधन बिल के पास होने से भाजपा को क्या फायदा होगा तो इसे इस तरह से समझते हैं l इसी साल दिल्ली चुनाव में मिली जीत के बाद अब बिहार में विधानसभा चुनाव होना है और इस चुनाव का पूरा पिच जाति की जगह धर्म पर शिफ्ट होगा और इसे भुनाने का भाजपा के पास खास मौका है ताकि मुस्लिम वोट एनडीए के खाते मे आए। सबसे बड़ी बात कि नीतीश कुमार की जदयू ने भी वक्फ बिल को लेकर सर्मथन दिया है। नीतीश कुमार की मुस्लिम वोटरों में जो पकड़ है उसे इस बिल के ज़रिए साधने की कोशिश है l बिहार चुनाव में बीजेपी को एक फायदा ये होगा कि गरीब मुस्लिमोंं में बीजेपी के लिए सॉफ्ट कॉर्नर हो सकता है और अगर वोट में कन्वर्ट हो गया तो आरजेडी को खासा नुकसान पहुंचेगा l अभी तक आरजेडी एवं कांग्रेस का बिहार में कोई समझौता नहीं हुआ लेकिन जिस तरह से बिहार में कन्हैया यात्रा कर रहे हैं, पप्पू यादव जिस तरह से सक्रिय हुए हैं, इससे आरजेडी एवं कांग्रेस में रास्ते अलग होने के चांस हैं l क्योंकि भाजपा किसी भी सूरत में अपना मुख्यमंत्री बिहार में बनाना चाहती है l भाजपा मुस्लिम समुदाय में अपनी पकड़ बनाकर बिहार, बंगाल, असम जीतना चाहती है l 

दिल्ली के बाद भाजपा बंगाल जीतने के मंसूबे पाले हुए हैं जिस तरह से भाजपा पिछले कुछ समय से बंगाल में हिन्दुओ के वोट को हासिल करने के लिए राम नवमी का भव्य आयोजन कर रही है l साथ ही वक्फ़ को पारित करने के बाद ममता बनर्जी को कमज़ोर करके बंगाल जीतना चाहती है l अभी तक लग रहा है जैसे कांग्रेस दिल्ली की तर्ज़ पर बंगाल में ममता से अलग होकर लड़ेगी, और कांग्रेस ने अगर थोड़ा बहुत भी ममता को नुकसान पहुंचा दिया तो भाजपा को ज़बरदस्त फायदा होगा, बहुत मुमकिन है कि केजरीवाल की तरह ममता भी सत्ता से बाहर हो जाएं l वक्फ बिल से भाजपा को आगामी चुनावों में डायरेक्ट फायदा होता दिख रहा है। इसके अलावा अयोध्या में राम मंदिर और महाकुंभ के आयोजन के बाद हिंदुत्व की पिच पर बीजेपी मजबूत हो जाएगी। वक्फ संशोधन बिल से आम लोगों का इतना कोई लेना - देना नहीं है लेकिन भाजपा ऐसे सिद्ध कर रही है, जैसे मुसलमानों की ज़िन्दगी में तरक्की के मार्ग खुल जाएंगे l भाजपा वक्फ संशोधन बिल के ज़रिए बिहार, बंगाल, यूपी, असम जीतना चाहती है l विपक्ष अपनी सहमति नहीं बना पाता और भाजपा अगली राजनीति में जुट जाती है l लोकसभा चुनाव के बाद हुए हरियाणा, महाराष्ट्र, दिल्ली में विपक्ष की हार के बाद सबसे बड़ा झटका वक्फ संशोधन बिल साबित हुआ है जिसको भाजपा जबरदस्त तरीके से भुनाएगी l


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